पांवटा साहिब (सिरमौर)। भाजपा जिलाध्यक्ष तथा पूर्व सीपीएस सुखराम चौधरी ने कहा कि जिले की अमूल्य वन संपदा पर माफिया की नजर है। प्रशासन ने समय रहते वन खनन माफिया पर अंकुश नहीं लगाया तो स्थिति बिगड़ सकती है। दो माह के भीतर अवैध लकड़ी का चौथा मामला पकड़ा जा चुका है। भाजपा जिलाध्यक्ष बुधवार को पांवटा विश्राम गृह में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
भाजपा जिलाध्यक्ष सुखराम चौधरी ने कहा कि प्रदेश में सरकार बदलते ही अवैध खनन तथा वन माफिया सक्रिय हो गया है। माफिया को स्थानीय राजनीतिक संरक्षण मिल रहा है। विस चुनाव परिणाम आने के बाद 23 दिसंबर को डांडा बीट में दो दर्जन पेड़ गिरीपार क्षेत्र में अवैध खैर काटे गए। इसके बाद गुलाबगढ़ में आरा मशीन से अवैध लकड़ी पकड़ी गई। माजरा मिश्रवाला में भी अवैध खैर लकड़ी पकड़ी गई। अब फिर कांशीपुर में बुधवार को वन विभाग की टीम ने अवैध 45 नग खैर लकड़ी समेत वाहन पकड़ा है। इससे साफ जाहिर हो रहा है कि क्षेत्र में वन संपदा पर वन माफिया की नजर है।
भाजपा जिलाध्यक्ष ने सुखराम ने कहा कि समय रहते प्रशासन ने अवैध धंधों पर अंकुश नहीं लगाया तो हालात बद से बद्तर हो जाएंगे। वन तथा पुलिस विभाग अवैध वन संपदा कटान पर चौकस नजर रखे। विशेषकर ऐसी संदिग्ध आरा मशीनों पर नजर रखी जाए जो अवैध लकड़ी को खरीद रही है। ऐसे लोगों पर उचित कार्रवाई की जाए, जिससे क्षेत्र में पनपने अवैध वन व खनन माफिया पर अंकुश लगाया जा सके। केवल जुर्माना करके ही अवैध लकड़ी मामलों को हल्के में न लिया जाए। नदी नालों में हो रहे अवैध खनन पर भी नजर रखी जाए। इसके लिए विपक्ष स्थानीय प्रशासन, वन व खनन विभाग का पूरा सहयोग करेगा। इस मौके पर पूर्व भाजपा पांवटा मंडल महासचिव मनीष तोमर भी मौजूद थे।